सर्व पितृ अमावस्या, जिसे महालय अमावस्या भी कहा जाता है, हिंदुओं के लिए अपने पूर्वजों और पितरों की पूजा करने का एक महत्वपूर्ण दिन है। 14 अक्टूबर, 2023 को पड़ने वाला यह पितृ पक्ष के समापन का प्रतीक है। इस दिन आप सुबह घर की साफ सफाई स्नान आदि कर चावल दूध की खीर बना ले और घर के किसी भी कमरे में दक्षिण दिशा की और मुख कर आटे का चोक बना कर उसपर पटा रख ले फिर खीर को पांच दोनों में निकाल कर पटा पर रख ले तांबे के पात्र में जल घी का दीपक गाय के कंडे (ओपल) से अग्नि कर ले, जल अर्पित कर घी और गुड़ मिलाकर ग्यारह बार ये मंत्र के साथ अग्नि को अर्पित करें, मंत्र ॐ पितृ देवाय नमः स्वाहा और खीर का भोग लगाएं अपने पितरों से क्षमा मांगे, खीर के दोनों को गाय, कौआ, चिटी, कन्या और कुत्तों के लिए रख दें। ये उपाय से पितृ दोष दूर होता है आपको और आपके परिवार पर पितरों का आशिर्वाद प्राप्त होता है।